श्रावण में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्त्व : आचार्य गौरव शास्त्री
1 min readअलीगढ : भगवान शिव के प्रिय महीने श्रावण में वैदिक ज्योतिष संस्थान के विद्वान ब्राह्मणों द्वारा विधि विधान से यज्ञ के साथ भगवान शिव का रुद्राभिषेक करवाया गया।
मंगलवार को धनियाबाड़ा स्थित महाकालेश्वर मंदिर पर मंदिर के वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में आचार्य गौरव शास्त्री की अध्यक्षता में ऋषि शास्त्री, ऋषभ वेदपाठी, चंदर शास्त्री आदि आचार्यों ने मुख्य यजमान अरुण अचार के द्वारा देवाधिदेव महादेव का वैदिक मन्त्रोंच्चार के साथ पंचामृत अभिषेक करवाया उसके बाद भाँग, बिल्बपत्र, धतूरा पुष्प, फल, शमी पत्र अर्पित कर भगवान शिव की वैदिक स्तुति का पाठ किया वहीं वेदमंत्रो की ऋचाओं पर महायज्ञ किया आचार्य गौरव शास्त्री ने इस अवसर पर महादेव की पूजा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्त्व है,पौराणिक मान्यता के अनुसार माता पार्वती ने सावन में ही भगवान शिव को पाने से लिए तपस्या की थी जिससे खुश होकर शिव जी ने माता पार्वती से विवाह किया था। ऐसे में इस पवित्र मास के दौरान सोमवार को भगवान शिव के लिए किया गया तप निश्चित ही फलदायी होगा और महादेव का आशीर्वाद स्वरुप वरदान मिलेगा।
INPUT – VINAY CHATURVDI
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