श्रीमद् भागवत कथा में 5वें दिन कथा व्यास ने कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया, श्रोता हुए भाव विभोर
1 min readसिकंदराराऊ : ब्राह्मणपुरी स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर पर चतुर्वेदी परिवार द्वारा आयोजित की जा रही सप्त दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथा व्यास पंडित सुभाष चंद्र दीक्षित ने भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं और रासलीला का भावपूर्ण वर्णन किया। भगवान श्री कृष्ण एवं गोवर्धन महाराज की मनोरम झांकी का अवलोकन कराया तथा छप्पन भोग के दर्शन कराए ।
कथा व्यास ने कृष्ण जन्म कथा के बाद कथा को आगे बढ़ाते हुए पूतना वध, यशोदा मां के साथ बालपन की शरारतें, भगवान श्रीकृष्ण का गौ प्रेम, कालिया नाग मान मर्दन, माखन चोरी गोपियों का प्रसंग सहित अन्य कई प्रसंगों का कथा के दौरान वर्णन किया। कंस का आमंत्रण मिलने के बाद भगवान श्री कृष्ण बड़े भाई बलराम जी के साथ मथुरा को प्रस्थान करते हैं। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कथा व्यास द्वारा बीच-बीच में सुनाए गए भजन पर श्रोता भाव विभोर हो गए।
हरी नाम से ही जीव का कल्याण हो जाता
पंडित सुभाष चंद्र दीक्षित ने बताया कि भागवत कथा विचार, वैराग्य, ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है। कलयुग की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि कलयुग में मानस पुण्य तो सिद्ध होते हैं। परंतु मानस पाप नहीं होते। कलयुग में हरी नाम से ही जीव का कल्याण हो जाता है। कलयुग में ईश्वर का नाम ही काफी है सच्चे हृदय से हरि नाम के सुमिरन मात्र से कल्याण संभव है।
अंतर्राष्ट्रीय गीतकार का सम्मान
कथा के दौरान अंतरराष्ट्रीय गीतकार डॉ विष्णु दयाल सक्सेना ने पहुंचकर व्यासपीठ का पूजन किया। इस अवसर पर आयोजकों ने डॉ सक्सेना का फूल माला पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया।
इस अवसर पर विनय चतुर्वेदी, रमेश चतुर्वेदी, मुनेश चतुर्वेदी, नरेश चतुर्वेदी, राजीव चतुर्वेदी, राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी, तरुण चतुर्वेदी, अरविंद शर्मा, राकेश उपाध्याय, दुर्गादत्त उपाध्याय, ध्रुव दीक्षित, महेश चंद शर्मा, मोहित उपाध्याय, बृज बिहारी कौशिक , रवी उपाध्याय, मुकेश शर्मा, नीरज शर्मा, रिंकू शर्मा, दुर्वेश पचौरी योगेश उपाध्याय, अरुण दीक्षित, शरद शर्मा, केके शर्मा, रितिक पांडेय, शशांक दीक्षित, विशाल पचौरी, आदि मौजूद रहे।
INPUT – VINAY CHATURVEDI
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