आज का पंचांग 11 फरवरी 2023
1 min readआज फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है. चित्रा नक्षत्र, शूल योग, करण तैतिल और चन्द्र राशि कन्या है. आज शनिवार को शनि देव की पूजा करते हैं. शनि आराधना करने से सभी कष्ट दूर होते हैं, जीवन में सुख और शांति आती है. शनि देव कर्मों के आधार पर फल देते हैं, ऐसे में आप जैसा कर्म करेंगे, वैसा ही फल प्राप्त होगा. यदि आप पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है तो आपको चोरी, मांसाहार, जुआ, झूठ, व्यभिचार, लालच आदि गलत कर्मों से दूर रहना चाहिए. यदि आप इन कर्मों में लिप्त रहते हैं तो फिर आप शनि देव की कुदृष्टि के शिकार होंगे और आप उनके दंड के भागी होंगे.
आज शनि मंदिर में जाकर शनि महाराज की पूजा करें. उनको नीले फूल, काला तिल, तिल का तेल, सरसों का तेल आदि चढ़ाएं. इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं. शनि की महादशा में आपको मंदिर में जाकर छाया दान करनी चाहिए. इसका तरीका यह है कि एक कटोर में सरसों का तेल भर लें और उसमें अपना चेहरा देखकर उस तेल को दान कर दें. इसके अतिरिक्त आप आज के दिन गरीबों और जरूरतमंद लोगों को भोजन, दवाई, वस्त्र, कंबल, छाता, जूते, चप्पल आदि का दान कर सकते हैं. इससे भी शनि दशा में लाभ होता है.
पूजा के समय शनि चालीसा, शनि स्तोत्र, शनिवार व्रत कथा का श्रवण करने से भी शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. आज के पंचांग से जानते हैं शुभ मुहूर्त, अशुभ समय, सूर्योदय, चंद्रोदय, दिशाशूल, राहुकाल आदि.
11 फरवरी 2023 का पंचांग
आज की तिथि – फाल्गुन कृष्णपक्ष पंचमी
आज का करण – तैतिल
आज का नक्षत्र – चित्रा
आज का योग – शूल
आज का पक्ष – कृष्ण
आज का वार – शनिवार
आज का दिशाशूल – पूर्व
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 07:14:00 AM
सूर्यास्त – 06:33:00 PM
चन्द्रोदय – 23:08:59
चन्द्रास्त – 10:03:59
चन्द्र राशि– कन्या
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1944 शुभकृत
विक्रम सम्वत – 2079
काली सम्वत – 5123
दिन काल – 11:04:50
मास अमांत – माघ
मास पूर्णिमांत – फाल्गुन
शुभ समय – 12:13:26 से 12:57:45 तक
दुष्टमुहूर्त– 07:03:11 से 07:47:30 तक, 07:47:30 से 08:31:49 तक
कुलिक– 07:47:30 से 08:31:49 तक
कंटक– 12:13:26 से 12:57:45 तक
राहु काल– 10:04 से 11:29 तक
कालवेला/अर्द्धयाम– 13:42:05 से 14:26:24 तक
यमघण्ट– 15:10:43 से 15:55:03 तक
यमगण्ड– 13:58:42 से 15:21:48 तक
गुलिक काल– 07:14 से 08:39 तक