प्रतिदिन भोजन से पहले निकाल दें गाय की रोटी
1 min readअलीगढ़ : वसुधैव कुटुंबकम की प्रकृति अपनाने वाले सनातन धर्म में जहां समस्त विश्व को एक परिवार माना जाता है वहीं जीव जंतुओं एवं वृक्षों के प्रति प्रेम की भावना रखी जाती है। इसी परंपरा को ध्यान में रखते हुए वैदिक ज्योतिष संस्थान के तत्वावधान में महामंडलेश्वर स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज के सानिध्य में गोपाष्टमी पर्व पर गौ पूजन किया गया।
मंगलवार को अलीगढ़ शहर के रामघाट रोड रामसनेही विहार स्थित गौशाला में संस्थान के प्रमुख स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज के सानिध्य में गौशाला के अध्यक्ष प्रेम जी भागवत,आचार्य गौरव शास्त्री,शिवम शास्त्री,मीठे श्याम कृष्ण जी महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रोली चावल से तिलक कर पुष्प माला पहनाकर लाल चुनरी ओढाई तत्पश्चात जौ,गुड़,चने आदि का भोग गोवंश को लगाया। लगभग 50 गायों के हरे चारे एवं भूसे की व्यवस्था भी स्वामी जी द्वारा की गई। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज ने बताया कि सनातन धर्म में गाय को एक मात्र पशु नहीं माना है बल्कि उस मां का दर्जा दिया गया है जो न केवल अपने वंश का लालन पालन करती है समस्त जीवधारियों के पोषण का रखरखाव करती है। गाय के दूध में एक नई स्फूर्ति एवं ऊर्जा होती है जो न केवल शरीर के विकास हेतु आवश्यक है बल्कि एक बेहतर शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत जरूरी है।
गायों में फैली अत्यंत घातक लंपी वायरस जैसी महामारी पर स्वामी पूर्णानंदपुरी जी ने चिंता व्यक्त करते हए कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार को गौवंश में फैले इस घातक रोग के निदान हेतु ठोस कदम उठाने चाहिए। गायों की स्थिति आज के समय में अत्यंत दयनीय होती जा रही है यदि ऐसी स्थिति आगे भी बनी रही तो सम्पूर्ण ब्रह्मांड रसातल यानि पाताल लोक में जाने में देर नहीं लगेगी। प्राचीन वैदिक काल में गायों के लिए खाने से पहले रोटी निकालने का विधान था परन्तु आज आधुनिक दौर में स्वयं होटल से भोजन करने के बाद गायों की रोटी दान देने का समय नही मिलता जिससे शारीरिक मानसिक व्याधियां बढ़ती जा रहीं हैं। हम सभी लोगों का दायित्व है कि गौ वंश को बचाने के लिए अपनी आमदनी में से कुछ हिस्सा गौ सेवा हेतु जरूर निकालना चाहिए जिससे न केवल एक गाय की सेवा होगी बल्कि 33 करोड़ देवी देवताओं की सेवा करने का अखंड फल प्रदान करेगा।
गौ पूजन में रजनीश वार्ष्णेय,पवन तिवारी,कपिल शास्त्री आदि लोग उपस्थित रहे।