सनातन परंपरा में हवन यज्ञ एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं: दीक्षित
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ब्राह्मणपुरी पुरानी तहसील रोड स्थित आर.सी. हेल्थकेयर फार्मा के स्थापना दिवस के उपलक्ष में फर्म के मंदिर प्रांगण में संगीतमय सुंदरकांड एवं हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थापक रमेश चतुर्वेदी, अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अलीगढ़ मंडल महासचिव राजीव चतुर्वेदी, राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी ने संयुक्त रूप से आचार्य सुभाष चंद्र दीक्षित के पावन सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया।
आचार्य सुभाष चंद्र दीक्षित ने कहा कि सनातन परंपरा में हवन यज्ञ एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनके बिना अधिकांश मांगलिक कार्य पूर्ण नहीं होते हैं। किसी भी मांगलिक कार्य में शुद्धिकरण और भगवान के आह्वान के लिए हवन और यज्ञ आयोजित किया जाता है। हवन इत्यादि में प्रज्ज्वलित की जाने वाली अग्नि मनुष्य के जीवन में विशेष महत्त्व रखती है। इसलिए इन्हें देवता के रूप में भी पूजा जाता है। हवन और यज्ञ की परंपरा पौराणिक काल से चली आ रही है। इसका उल्लेख रामायण एवं महाभारत में भी विस्तार से किया गया है। जब अयोध्या के सम्राट दशरथ को संतान प्राप्त नहीं हो रही थी, तब उन्होंने इसके लिए पुत्रेष्ठी यज्ञ का आयोजन किया था। रामायण काल में ही भगवान श्री राम ने अश्वमेध यज्ञ किया था। हवन और यज्ञ में अग्नि के माध्यम से ईश्वर की उपासना की जाती है और देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। हवन इत्यादि करने से देवता भी जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और अपनी कृपा दृष्टि साधक पर सदैव बनाए रखते हैं।
इस मौके पर किशन स्वरूप चतुर्वेदी, रमेश चतुर्वेदी, मुनेश चतुर्वेदी, आशा चतुर्वेदी, ऊषा चतुर्वेदी, विनय चतुर्वेदी, पंकज चतुर्वेदी, नरेश चतुर्वेदी, राजीव चतुर्वेदी, मित्रेश चतुर्वेदी, अरविंद कुमार शर्मा, आशुतोष मिश्र, शिशुपाल शर्मा, रमेश चंद्र उपाध्याय, मोहित उपाध्याय, अखिलेश भारद्वाज, अवधेश भारद्वाज, राकेश सेंगर सभासद, डॉ अवनेश यादव, मोहित पुंढीर आदि मौजूद थे।
INPUT – VINAY CHATURVEDI
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