सिकंदराराऊ : महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हर्षोल्लास से मनाई गई ग़ांधी और शास्त्री जयंती
1 min readसिकंदराराऊ : सोमवार को महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा ग़ांधी और लाल बहादुर शास्त्रीजी की जयंती आदरणीय प्राचार्या प्रो.शैफाली सुमन के कुशल दिशा-निर्देशन में बड़े हर्षोल्लास से मनाई गईं। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.शैफाली सुमन ने अपने समस्त प्राध्यापकों के साथ ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान गायन उपरांत गांधीजी और शास्त्रीजी के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प-माल्यार्पण करके किया। इसके उपरांत सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ, जिसमें बुद्ध धर्म के नैतिक उपदेशों का वाचन प्राचार्या प्रो.शैफाली सुमन ने किया। भगवद्गीता के श्लोकों का वाचन प्रो.मंजू उपाध्याय, बाइबिल का वाचन छात्र नंद किशोर ने किया। इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं ने सामूहिक रूप से गांधीजी के प्रिय भजन रहुपति राघव राजा राम का गायन किया। वहीं छात्र शिव कुमार ने ग़ांधी जी के चरित्र और योगदान को वर्णित करने वाले भजन साबरमती के संत, तूने कर दिया कमाल का गायन किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के अन्य छात्र-छात्राओं ने भी व्यापक स्तर पर सहभगिता करते हुए भजनों, देशभक्ति से प्रेरित गीतों का गायन एवं कविता पाठ कर गांधीजी एवं शास्त्रीजी की जीवनशैली, कार्यप्रणाली, विचारधारा, रणनीतिक शैली आदि को संदेश के रूप में प्रचार-प्रसारित करने का प्रयास किया। महाविद्यालय में गांधीजी के जन्मदिवस को ‘अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ के रूप मनाया गया।
इस अवसर पर प्राचार्या प्रो. शैफाली सुमन ने भारत को प्राचीन समय, विशेषतः भगवान बुद्ध के समय से ही विश्व को अहिंसा का संदेश देने वाला बताया। प्राचार्या ने महात्मा गांधी जी और शास्त्री जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन मूल्यों सत्य, अहिंसा, शांति, सद्भावना आदि पर प्रकाश डाला।
डॉ.हिमांशु राय ने गांधीजी के विचारों को वर्तमान में भी प्रासंगिक बताते हुए उनकी राजनीतिक विचारधारा-रणनीतिक शैली से छात्र-छात्राओं से परिचित कराया।
डॉ.अज़ब सिंह ने विश्व शांति के लिए गांधी जी के अहिंसक मूल्यों को अपरिहार्य बताया। राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में 1अक्टूबर को किये गए स्वच्छता के लिए 1 घंटे श्रमदान अभियान की तर्ज पर आज पुनः स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें स्वयं सेविकाओं द्वारा महाविद्यालय प्रांगण में स्वच्छता की गई और स्वच्छता शपथ ली। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय में निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हुआ। जिसमें छात्र-छात्राओं ने व्यापक रूप में सहभागिता की।
इस अवसर पर विश्वनाथ प्रताप, बृजमोहन, रॉय सिंह एवं अन्य विशिष्ट जन उपस्थित थे।
INPUT – VINAY CHATURVEDI