वैदिक ज्योतिष संस्थान पर मना हनुमान जन्मोत्सव
1 min readअलीगढ : सनातन परम्परा में हनुमान जी भगवान श्री राम के सबसे बड़े भक्त और समर्पण के प्रतीक हैं, हनुमान जी ने अपना पूरा जीवन श्री राम को समर्पित कर दिया था। भगवान श्री हनुमान हर युग में पृथ्वी पर मौजूद रहते हैं और संतों एवं अपने भक्तों की रक्षा हेतु सदैव तत्पर रहते हैं। चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि पर गुरुवार को देश भर में हनुमान जयंती मनाई गयी। वैदिक ज्योतिष संस्थान पर भी बड़े धूम धाम से हनुमान जयंती का पर्व मनाया गया।
गुरुवार प्रातः संस्थान के प्रमुख स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज के सानिध्य में आचार्य गौरव शास्त्री, ऋषि शास्त्री, रवि शास्त्री, ऋषभ वेदपाठी, अमित वेदपाठी आदि आचार्यों ने बजरंग बली की प्रतिमा का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक करवाया उसके बाद सिंदूर का चोला चढ़ाकर प्रतिमा का श्रृंगार किया महामंडलेश्वर स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज ने पवन पुत्र महावीर हनुमान जी के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि माँ जानकी ने श्री राम भक्त हनुमान को आठ सिद्धियों और नौ निधियों का वरदान दिया था जिनको संभालने की शक्ति केवल महाबली हनुमान के पास थी। मान्यता के अनुसार जब हनुमान जी माता सीता की खोज में लंका पहुंचे और उन्होंने श्री राम की अंगूठी सीता को दी, तब प्रसन्न होकर माता सीता ने हनुमानजी को अजर अमर होने का वरदान दिया था। पूजा के बाद सभी भक्तों ने हनुमान चालीसा एवं सुन्दरकाण्ड का पाठ कर प्रसाद ग्रहण किया। हनुमान जी की महाआरती में रजनीश वार्ष्णेय, कपिल शर्मा, पंकज शास्त्री, तेजवीर सिंह, शिब्बू अग्रवाल, सचिन पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।
INPUT – VINAY CHATURVEDI