सोमवाती अमावस्या व वट सावित्री पूजा एक साथ की गई

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रायबरेली : भारतीय संस्कृति में युगो युगो से चली आ रही परंपराओं को आज भी महिलाएं निभाती चली आ रही हैं। आज सोमवाती अमावस्या व वट सावित्री पूजा एक साथ है । आज के दिन बरगद व पीपल की पूजा भी की गई। महिलाओं ने सुबह बरगद को कच्चा सूत बांधकर उससे अपने पति की लंबी उम्र की प्रार्थना की। शहर के विभिन्न इलाकों जैसे इंदिरा नगर, राणा नगर, मलिकमऊ, सर्वोदय नगर आदि इलाकों में सुहागिनों ने बरगद की पूजा की। आज सोमवती अमावस्या होने के कारण महिलाओं ने पीपल के पेड़ की 108 फेरी भी लगाई जबकि वट सावित्री पूजा के दौरान बरगद की 12 फेरी लगाने का नियम बना है। गृहणी रंजना सिंह ने बताया कि पौराणिक मान्यता के अनुसार आज के दिन भगवान शिव यम और पितरों की पूजा की जाती है कहा जाता है कि आज के दिन जो भी व्यक्ति भगवान शिव पित्र और यम की पूजा करती हैं उन्हें और उनके परिवार को सुख समृद्धि भगवान की तरफ से प्रदान की जाती है।आज के दिन पितृदोष और कालसर्प दोष का निवारण करने का विधान है। सुबह से ही महिलाएं बरगद के वृक्ष के नीचे पहुंचकर पूजा अर्चना कर रही है बरगद को कच्चा सूत बांधकर पुष्प अक्षत गंधक और दीप जलाकर पूजा कर रही हैं।

Ravindra singh copy

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