रामकथा हमें जीवन में सत्य, धर्म और शील को धारण करने का संदेश देती है
1 min readसिकन्दराराऊ: नवरात्रि के शुभ अवसर पर श्री राम कथा के पंचम दिवस पर अयोध्या से पधारे श्री सतगुरु शरण जी महाराज के मुखारविंद से भगवान श्री राम के बालकांड का वर्णन किया गया।जब भगवान श्री राम के बाल्य चित्रण की कथा के मांगलिक गीत और लोक संस्कृति के विभिन्न गीतों पर श्रोता भाव विभोर होकर खूब झूमे। वहीं राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी एवं कासगंज के भाजपा जिला उपाध्यक्ष गौरी शंकर शर्मा द्वारा ममता फार्म हाउस पर आयोजित श्री राम कथा में पहुंचकर भगवान श्री राम के छवि चित्र की आरती उतारकर एवं पूजा अर्चना कर गुरुदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं आयोजक आकाश दीक्षित द्वारा मित्रेश चतुर्वेदी एवं कासगंज के भाजपा जिला उपाध्यक्ष गौरी शंकर शर्मा का पटका उढाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंट करके स्वागत किया गया ।
राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी ने कहा कि शालीनता ही श्री राम का आभूषण है और रामकथा हमें जीवन में सत्य, धर्म और शील को धारण करने का संदेश देती है।श्री चतुर्वेदी ने कहा कि श्री राम के आदर्शों के साथ सभी लोगों को सीता माँ के व्यक्तित्व से भी सीख लेने की आवश्यकता है।
कथा व्यास सतगुरु शरण जी महाराज ने कहा मानव जीवन में प्रवृति का चिंतन करना है, कथा जीवन की व्यथा को मिटाने की संजीवनी है, इसका श्रवण जीवन को सत्य पथ में आरुढ़ करने के लिए आवश्यक है। विजयादशमी में रावण का पुतला दहन कर देने मात्र से राम राज्य की कल्पना साकार नही हो सकती । अपने मन रूपी रावण पर विजय प्राप्त करने से ही सही अर्थ में विजयादशमी का पर्व जीवन मे उपस्थित होगा।
उन्होंने कहा कि मनुष्य का मन-मस्तिष्क संवेदना से भी परिपूर्ण होना चाहिए। जब एक विवेकवान मनुष्य अपनी काया की क्षणभंगुरता से परिचित होता है, तो उसकी आत्मा सजग हो जाती है। उसके जीवन में घटने वाली साधारण-असाधारण घटनाओं के प्रति एक सतर्क, जागरुक और संवेदनशील अंतर्दृष्टि विकसित होती है। उसमें जीवन की घटनाओं के कार्य व कारण का विवेक उभरने लगता है। वह आत्मा-परमात्मा के विचार तक स्वयं की चिंतन शक्ति से पहुंच जाता है। श्री महाराज ने जब भगवान श्री राम के बाल्य चित्रण की कथा के दौरान मांगलिक गीत और लोक संस्कृति के विभिन्न गीतों पर श्रोता भाव विभोर होकर खूब झूमे।
राम कथा में शर्मिष्ठा देवी, ममता शर्मा, प्रभा दीक्षित, बीना शर्मा, रेनु दीक्षित, रीना शर्मा, रामश्री, अनुष्का दीक्षित, भूमि शर्मा, चरु गुप्ता, रामा पांडे, उर्मिला कौशिक, राजू देवी , विशाल पचौरी, रितिक पांडेय, सतीश दुबे, अनिल शर्मा, अशोक उपाध्याय, नितिन भारद्वाज, मुकेश शर्मा, चेतन शर्मा ,दुर्गेश पचौरी, रिंकू शर्मा, मयंक उपाध्याय, उत्कर्ष वर्ती पाठक, अनंत चतुर्वेदी , भूपेन्द्र उपाध्याय, सत्यप्रकाश शर्मा, आदि लोग मौजूद रहे।