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सिकंदराराऊ : नया वर्ष मनाने की परंपरा विश्व में जगह के हिसाब से अलग अलग है। यहां तक कि अलग...

सावन मास की पूर्णिमा को भाई–बहन का त्योहार रक्षा बंधन मनाया जाता है। इस बार भद्रा नहीं होने के कारण विशेष संयोग भी रक्षा बंधन के दिन बन रहा है। इस बार बहनें शाम 5 बजे तक अपने भाईयों को राखी बांध सकेंगी। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार 11 घंटे तक राखी बांधने का समय है।  कई जगह अभी भी राखी बांधने तक भाई और बहन दोनों उपवास रखते हैं। राखी बांधने के बाद बहन भाई को मिठाई खिलाती है और आशीर्वाद देती है, तो भाई अपनी बहन की सुरक्षा  का वचन देता है।   अलग–अलग जगह की अलग–अलग मान्यताएं है। लेकिन अधिकतर जगह टीका करके भाई की आरती उतारी जाती है और उसकी दाहिनी कलाई पर राखी बांधी जाती है। थाली में रखे पैसों को भाई पर न्योछावर किया जाता है और भाई–बहन एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं