शिव को जलाभिषेक प्रिय है उसी प्रकार पृथ्वी को वृक्ष : स्वामी पूर्णानंदपुरी जी महाराज
1 min readअलीगढ : मंगलवार को आगरा रोड स्थित आर.जी ग्रुप ऑफ एजुकेशन द्वारा कालेज परिसर में रुद्राभिषेक के साथ वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया
मंगलवार प्रातःस्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज के सानिध्य में आचार्य गौरव शास्त्री,अंकुश वेदपाठी,ऋषभ शास्त्री,आदि विद्वत ब्राह्मणों ने कॉलेज के ऍम ड़ी सौरभ वार्ष्णेय, रेनू वार्ष्णेय,आशा वार्ष्णेय,चेयरमैन सतेंद्र वार्ष्णेय,आशा वार्ष्णेय,राजस वार्ष्णेय, उत्कर्ष वार्ष्णेय, वासु वार्ष्णेय,द्वारा भगवान शिव के लिंगस्वरुप की पार्थिव प्रतिमा बनाकर उसपर अनेकों द्रव्यों के साथ अभिषेक किया और महादेव का श्रंगार कर रुद्राष्टक का पाठ किया तत्पश्चात कालेज प्रशासन ने 150 पौधों को रोपित कर प्रकृति संरक्षण की ओर कदम बढ़ाया स्वामी पूर्णानंदपुरी जी महाराज ने इस अवसर पर प्रकृति संरक्षण के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्राकृतिक वस्तुओं से छेड़छाड़ का नतीजा हम लोगों को प्रलय के रूप में देखने को मिलता है गंगा मईया, यमुना का रौद्र रूप आज हम देख रहे हैं उसके लिए हम लोग ही जिम्मेदार हैं क्योंकि वृक्ष की छाँव सबको प्यारी होती है परंतु विरले लोग ही वृक्षारोपण करते हैं, नदी का जल स्वच्छ सबको चाहिए परंतु जहां नदी की सफाई की बात आती हैं वहाँ कोई तैयार नहीं होता। आजकल वृक्षारोपण से ज्यादा उनका कटान देखने को मिल रहा है जिसके परिणामस्वरूप ग्लोबल वार्मिंग और ग्लेशियर पिघलने की घटनायें देखी जा रहीं है जो कि आने वाले समय में जल संकट का कारण बनेगा।
स्वामी जी ने कहा यदि हमें अपना कल बचाना है तो आज से ही प्रकृति की ओर सजग होने की आवश्यकता है क्योंकि जिस प्रकार सावन में जलाभिषेक से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं उसी प्रकार अधिक स्वागत अधिक वृक्ष लगाने से पृथ्वी भी प्रसन्न रहेगी और आशीर्वाद स्वरुप हमें स्वच्छ वायु और जल सहित समस्त वातावरण देखने को मिलेगा। वृक्षारोपण के उपरांत भंडारे का आयोजन हुआ |
INPUT – VINAY CHATURVEDI
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