दीपदान से मिलती है सभी प्रकार के पापों से मुक्ति : स्वामी पूर्णानंदपुरी जी
1 min readकार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को देश भर में देव दिवाली पर्व की भारी धूम रही इस पर्व का प्रमुख आकर्षक केंद्र काशी नगरी है साथ ही देश के कोने कोने में दीपदान किया गया इसी क्रम में शहर के स्वर्ण जयंती नगर स्थित वैदिक ज्योतिष संस्थान कार्यालय पर भी दीपदान अनुष्ठान किया गया।
सोमवार को वैदिक ज्योतिष संस्थान के प्रमुख स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी जी महाराज की अध्यक्षता में आचार्य गौरव शास्त्री,शिवम व्यास,ऋषि शास्त्री,ऋषभ शास्त्री आदि अचार्यों नें विधि विधान से घी के दीपकों का दान किया। इस अवसर पर स्वामी पूर्णानंदपुरी जी नें बताया कि मान्यता अनुसार इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध कर भक्तों की रक्षा की जिससे प्रसन्न होकर देवताओं ने संसार को दीपों से जगमगा दिया तब से इसे देव दीपावली के रूप में मनाने की परम्परा है।
स्वामी जी ने बताया कि देव दीपावली के दिन देवतागण पृथ्वी पर काशी में आकर दीवाली मनाते हैं। इस दिन पवित्र नदियों और मंदिरों में दीपदान किया जाता है,साथ ही चंद्रमा के पूर्ण दर्शन भी इसी दिन होते हैं। तुलसी विवाह की रस्म भी इस दिन पूरी होती हैं, कार्तिक पूर्णिमा पर तुलसी माता की विदाई होती है।इस दिन दीपदान करने से कभी नहीं समाप्त होने वाला पुण्य मिलता है।
INPUT – VINAY CHATURVEDI
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