धन्य जसोमति कौ अंगना जहां लोटत है जग तारन हारे
1 min readसिकंदराराऊ : श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर भाईचारा सेवा समिति के तत्वावधान में एक शाम कृष्णा तेरे नाम विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि गोबिन्द जी विभाग प्रचारक आर एस एस हरिगढ़ ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिसकी अध्यक्षता मिथलेश देवी प्रबन्धक श्री आर के यादव इण्टर कॉलेज ने और संचालन शायर आतिश सोलंकी ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे गोबिन्द जी विभाग प्रचारक आर एस एस हरिगढ़, विशेष अतिथि यशपाल सिंह चौहान पूर्व विधायक सिकन्द्राराऊ रहे व विशिष्ट अतिथि के रूप में नरेन्द्र सिंह जादौन निदेशक जिला सहकारी बैंक लिमिटेड अलीगढ़ हाथरस, प्रमुख उद्योगपति जयपालसिंह चौहान, सुनहरी लाल यादव प्रधान अगसौली, रामेश्वर पहलवान भारत केसरी जिला पंचायत सदस्य, योगेश परमार मण्डल अध्यक्ष भाजपा अगसौली, समाजसेवी रविबाबू बघेल,मीरा माहेश्वरी रहे।
कार्यक्रम के प्रेरक परवीन बेगम राष्ट्रीय सचिव भाईचारा सेवा समिति, श्रीमती साधना यादव अध्यक्ष सहकारी संघ लिमिटेड अगसौली व नागेन्द्र पाल रिंकू ने सबका आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम में आमन्त्रित सभी मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों, समाजसेवियों व कवियों को आयोजक भाईचारा सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश यादव संघर्षी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरपाल सिंह यादव एवं समाजसेवी अमर सिंह यादव द्वारा शाल, फूलमालाओं व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
कवि सम्मलेन में सरस्वती वंदना अब्दुल कदीर’जिया ने की
सरस्वती वंदना के बाद नाते पाक जनाव हाजी डॉ पीएस चौधरी आलम एटा ने सुनाया।
संचालन कर रहे शायर आतिश सोलंकी ने पढ़ा –
वफ़ा की राह में जब हद से गुजर जाओगे
इतना टूटोगे कि छूने से विखर जाओगे ।
अलीगढ़ से पधारे प्रसिद्ध कवि नरेन्द्र शर्मा नरेन्द्र ने पढ़ा
धन्य जसोमति कौ अंगना जहां लोटत है जग तारन हारे
धन्य भई बृजधाम धरा जहां बाजति बांसुरी साझ सकारे।
सिकन्द्राराऊ से पधारे कवि विवेकशील राघव ने पढ़ा
बंशी को बजाने वाले चक्र को चलाने वाले
देवकी के लाल का कमाल याद कीजिए ।
डॉ पीएस चौधरी आलम ने पढ़ा
जिस तरह चाहे तू आजमाले मुझे…
ओजकवि मनोज मंजुल ने पढ़ा
देश देवता को मन अंतर में धारिए
पहले राष्ट्र देवता की आरती उतारिए ।
अलीगढ़ से पधारे हास्य कवि मनोज नागर ने पढ़ा
दिशा सुगंधित हो गई लगे नाचने मोर
मन मधुवन सा हो गया दर्शन से चितचोर ।
कवि महेश यादव संघर्षी ने पढ़ा
कान्हा जन्म की आस में बैठे नयन लगाय
देख यशोदा लाल को महादेव रम जाय
गज़लकार अब्दुल कदीर जिया ने पढ़ा
कृष्ण जन्म पर मथुरा आई।
इसके अलावा कवयित्री संतोष पौरुष, कवयित्री उन्नति भारद्वाज, डॉ राकेश उजाला, राघवेन्द्र पचौरी रांगेय ने भी काव्यपाठ किया।
कार्यक्रम में रुम सिंह यादव, दिनेश कुमार एडवोकेट, मोहित कुमार मोनू, विनेश कुमार यादव, रामखिलाडी , देवेन्द्र कुमार राजपूत पूर्व प्रधान, शिशुपाल सिंह यादव, अमरीष कुमार, वीरेंद्र सिंह, श्रीनिवास यादव, देवा बघेल, चन्द्रपाल सिंह पूर्व प्रधान, उमेर बेग , वीरेंद्र शर्मा, शेखर कुमार, हनीश मोहम्मद, रघुवीर सिंह, रमेश कुमार, सुरेश, मनोज कुमार, जयपालसिंह, अखिलेश शास्त्री, सर्वेश कुमार, राकेश कुमार, उपेन्द्र कुमार, अमर सिंह यादव, सर्वेश कुमार , कुंवर जतीप्रकाश एडवोकेट, विनय प्रताप, जयवीर सिंह, प्रमोद कुमार आदि उपस्थित रहे।
INPUT – VINAY CHATURVEDI