नर्मदेश्वर महादेव मंदिर पर चल रही है कथा के तीसरे दिन उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

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सिकंदराराऊ : किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे हैं वहां आपका, अपने इष्ट या अपने गुरु का अपमान न हो। यदि ऐसा होने की आशंका हो तो उस स्थान पर जाना नहीं चाहिए। चाहे वह स्थान अपने जन्म दाता पिता का ही घर क्यों न हो।
उक्त उद्गार चतुर्वेदी परिवार द्वारा ब्राह्मणपुरी स्थित नर्मदेश्वर मंदिर पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा सुनाते हुए भागवताचार्य पंडित सुभाष चन्द्र दीक्षित ने व्यक्त किए।
उन्होंने उत्तानपाद के वंश में ध्रुव चरित्र की कथा को सुनाते हुए समझाया कि ध्रुव की सौतेली मां सुरुचि के द्वारा अपमानित होने पर भी उसकी मां सुनीति ने धैर्य नहीं खोया जिससे एक बहुत बड़ा संकट टल गया। परिवार को बचाए रखने के लिए धैर्य संयम की नितांत आवश्यकता रहती है।
कथा में पूर्व मंत्री एवं पूर्व विधायक मुकुल उपाध्याय ने पहुंचकर व्यासपीठ का पूजन किया।इस अवसर पर आयोजकों ने उन्हें फूल माला पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया।
श्री उपाध्याय ने कहा आज भागवत कथा देश ही नहीं विदेशों में भी आयोजित हो रही हैं। सभी लोगों का सनातन संस्कृति की ओर आकर्षण बढ़ रहा है। हमें मानवता का रास्ता कभी नहीं छोड़ना चाहिए ।
इस अवसर पर विनय चतुर्वेदी, रमेश चतुर्वेदी, मुनेश चतुर्वेदी, नरेश चतुर्वेदी, राजीव चतुर्वेदी, राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी, तरुण चतुर्वेदी, अरविंद शर्मा, मोहित उपाध्याय, बृज बिहारी कौशिक , योगेश उपाध्याय , हरपाल सिंह यादव महेश यादव संघर्षी, नीरज किशोर शर्मा, पंकज शर्मा, राजेंद्र प्रसाद सक्सेना, चेतन शर्मा, मनोज उपाध्याय , पंकज पचौरी, श्री कृष्ण दीक्षित, रूपेंद्र बघेल, नीरज बघेल, लल्ला बाबू शर्मा, शरद शर्मा, केके शर्मा, रितिक पांडेय, शशांक दीक्षित, विशाल पचौरी, आर के सिंह जादौन आदि मौजूद रहे।

INPUT – VINAY CHATURVEDI 

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