अतरौली : कोरोना योद्धा के रूप में अपने फर्ज़ो को अंजाम दे रहे, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी सुमित कुमार वार्ष्णेय।

अतरौली : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौली में तैनात स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी सुमित कुमार वार्ष्णेय इस वक्त बेहद संकट के समय से गुजरते हुए कोरोना योद्धा के रूप में अपने फर्ज को अंजाम दे रहे हैं। परिवार में तीन मौत होने से वह अंदर से बेहद भावुक हैं लेकिन फिर भी अपनी ड्यूटी को बदस्तूर निभा रहे हैं। खुद का हौंसला टूट रहा है मगर मरीजों की खूब हौंसला अफजाई करते हुए कोरोना से लड़ने का जज्बा पैदा कर रहे हैं। ड्यूटी के प्रति उनकी भावना को देखकर हर किसी का उनके प्रति सम्मान बढ़ रहा है।
मूल रूप से बदायूं जिले के कस्बा बिसौली के रहने वाले सुमित कुमार वार्ष्णेय अतरौली सीएचसी में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। वर्तमान में वह कोविड कंट्रोल रूम प्रभारी हैं। एल वन अस्पताल में भर्ती मरीज हों या गांवों से बीमारी से संबंधित कोई शिकायत कंट्रोल रूम को मिलती है तो उसका समाधान शीघ्र कराते हैं। पिछले कुछ दिनों से पारिवारिक हालातों को लेकर वह बेहद परेशान हैं। इसके बाद भी ड्यूटी निभा रहे हैं। गत नौ मई को उनकी ताईजी कुसुमा देवी व बहन के देवर दीपक गुप्ता की कोरोना के चलते मृत्यु हो गई। 22 मई को तहेरे भाई चंद्रेश वार्ष्णेय की भी मृत्यु हो गई। लेकिन कोविड प्रॉटोकाल के चलते वह गमी में शामिल होने नहीं जा सके। इतना सब होने के बाद भी वह कोरोना योद्धा बनकर लगातार अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। कोरोना कंट्रोल रूम पर आने वाली शिकायतों को तो निपटाते ही हैं साथ ही गांवों में घर घर जाकर लोगों को वेक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
INPUT : Madanpal
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